Russia-Ukraine War: आर्थिक मोर्चे से लेकर यूक्रेन में सैनिकों की सफलता तक, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को अपनी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस और 'कॉल-इन शो' प्रोग्राम के दौरान कई मुद्दों पर बात की. यह ऐसा सालाना काम है, जिसका इस्तेमाल वह अपने प्रभुत्व का अहसास बनाए रखने और देश की सियासत पर अपना दबदबा होने का प्रदर्शन करने के लिए करते रहे हैं.
आर्थिक स्थिति पर क्या बोले पुतिन
सबसे पहले पुतिन ने देश की आर्थिक स्थिति पर बात की. उन्होंने कहा कि इस साल यह लगभग चार प्रतिशत की दर से आगे बढ़ने की राह पर है. उन्होंने माना कि कंज्यूमर इन्फ्लेशन 9.3 प्रतिशत के उच्च स्तर पर है, लेकिन उन्होंने इसे कम करने के लिए सेंट्रल बैंक की कोशिशों का जिक्र किया और इस बात पर जोर दिया कि इकोनॉमी में स्थिति 'स्थिर' बनी हुई है.
पीएम मोदी पर कही ये बात
इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर कहा कि मेरे उनके साथ घनिष्ठ संबंध हैं. मेरे एशिया में काफी दोस्त हैं और उनमें से भारत और चीन हैं. ब्रिक्स पर बात करते हुए पुतिन ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर पर भी बात की. उन्होंने कहा, हम किसी के खिलाफ काम नहीं कर रहे हैं. हम अपने हितों और संगठन के सदस्यों के लिए काम कर रहे हैं. हम किसी भी तरह की प्रतिकूल कहानी गढ़ने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सही कहा था- BRICS एंटी वेस्टर्न नहीं है, यह सिर्फ वेस्टर्न नहीं है.
इसके बाद यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध पर भी उन्होंने बात की. उन्होंने कहा कि सेना अपने टारगेट को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है. स्थिति तेजी से बदल रही है, हम अग्रिम मोर्चे पर आगे बढ़ रहे हैं.' रूस की तरफ से पिछले महीने पहली बार यूक्रेन पर हमला करने के लिए इस्तेमाल की गई नई 'हाइपरसोनिक' मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के बारे में पूछे गए सवाल के उत्तर में पुतिन ने कुछ पश्चिमी विशेषज्ञों के इस दावे का मजाक उड़ाया कि इसे उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की एयर सिक्योरिटी रोक सकती है.
ऑरेशनिक मिसाइल पर ये बोले पुतिन
पुतिन ने कहा कि मॉस्को ने 'ओरेशनिक' मिसाइल का इस्तेमाल पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन को रूस पर हमले के लिए अपने लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल करने की इजाजत दिए जाने के जवाब में किया था. उन्होंने चेतावनी दी कि रूस इस मिसाइल से यूक्रेन पर और ज्यादा हमले कर सकता है. उन्होंने कहा कि इस मिसाइल का इस्तेमाल उन देशों के सैन्य परिसरों को निशाना बनाने के लिए भी किया जा सकता है, जिन्होंने यूक्रेन को रूस में हमले करने के लिए अपनी मिसाइलों का इस्तेमाल करने की इजाजत दी है.
पुतिन ने कहा कि वह सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद से उस अमेरिकी पत्रकार की स्थिति के बारे में पूछेंगे जो 12 साल पहले सीरिया में लापता हो गया था. उन्होंने कहा कि उन्होंने अभी तक असद से मुलाकात नहीं की है, जिन्हें मॉस्को में शरण दी गई है, लेकिन उनकी उनसे मुलाकात करने की योजना है और वह उनसे अमेरिकी पत्रकार ऑस्टिन टाइस के बारे में पूछेंगे. उन्होंने कहा, 'हम यह सवाल उन लोगों से भी पूछ सकते हैं जो सीरिया में जमीनी स्तर पर स्थिति को नियंत्रित करते हैं.'
क्या सवाल पूछे जाते हैं?
इस प्रोग्राम का रूस के सरकार नियंत्रित टीवी स्टेशनों की ओर से सीधा प्रसारण किया जाता है और पिछले कुछ वर्षों में इस पर घरेलू मुद्दे हावी रहे हैं. स्टूडियो में फोन करने वाले ज्यादातर पत्रकार और आम लोग सड़क की मरम्मत, बिजली की कीमतों, घर के रखरखाव, चिकित्सा सेवाओं, परिवारों के लिए सरकारी सब्सिडी और अन्य आर्थिक और सामाजिक मुद्दों के बारे में सवाल पूछते हैं.
पुतिन ने कहा कि रूस संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत के लिए तैयार है लेकिन उन्होंने अपनी मांग दोहराई कि यूक्रेन को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने की अपनी चाहत को छोड़ देना चाहिए. यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने हालांकि इन मांगों को खारिज कर दिया है. रूसी सरकारी मीडिया ने बताया कि आम नागरिकों ने शो से पहले 20 लाख से ज्यादा सवाल भेजे थे.
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